राहें बदले या फिर बदले वक़्त हम तो अपनी मंजिल जरूर पाएंगे जो लोग समझते हैं खुद को बादशाह एक दिन उसे अपनी महफ़िल में जरूर नचाएंगे Musafir Rahon ka