रात में श्वेत सुंदर एक परी आए मुझको आकाश की सैर कराए। चांद तारों को छूकर बताए कहानी इनकी मुझको बताए। मनुज का अगला घर दिखाए खाने-पीने का सामान बताए। फुर्सत के पलों के श्रृंगार दिखाए इन पलों का हिसाब ना लगाए। गाना गाकर वापस छोड़ कर जाए फूलों सा मेरा मन महकाए काश!काश! यह जल्द हो जाए।। ©Mohan Sardarshahari परी आए