सोच रही हूँ लिखना छोड़ दूँ,, क्योंकि कलम वहाँ जाती है जहाँ दिल ले जाता है,,, और दिल,, !!! दिल रुकता नही किसी छोर पर, समंदर की तरहा गहरा है जरुर इस पर किसी का पहरा है ज़रूर देखती हूँ खुद को कब तक रोकेगी लिखने से तू नूरा©अरुणाkp® #Stop #ruko