है मेरी परवरिश में हाथ माँ का थोड़ा सा ज़्यादा, तभी अब तक मेरे अंदर का बच्चा सांस लेता है ।। ©Deep Thapliyal बड़े होने का अहसास दिला के जिंदगी झिंझोड़ देती है, बचपन तब ही खत्म हो जाता है, जब माँ डांटना छोड़ देती है ।। गुड मॉर्निंग।।