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कैद में रहकर आज़ादी मांगते हैं, अंधेरे में रहकर उजा

कैद में रहकर आज़ादी मांगते हैं,
अंधेरे में रहकर उजाला मांगते हैं,
कितने लाचार और गरीब हैं ये लोग,
वक़्त से भी वक़्त मांगते हैं ये लोग। Ask.
कैद में रहकर आज़ादी मांगते हैं,
अंधेरे में रहकर उजाला मांगते हैं,
कितने लाचार और गरीब हैं ये लोग,
वक़्त से भी वक़्त मांगते हैं ये लोग। Ask.
jatinkumar1537

Jatin Kumar

New Creator