पिता कपड़ा है रोटी है और मकान है । पिता नन्हें से परिंदे का बड़ा सा आसमान है । । । ' पिता है तो घर में प्रतिपाल राग है । पिता है तो माँ की चूड़ी बिंदी और सुहाग है । ' पिता है तो बच्चों के सारे सपने है । पिता है तो बाज़ार के सारे खिलोने अपने है । Rakesh Verma.. #Rakeshverma375#Nojoto#Nojotohindi