a-person-standing-on-a-beach-at-sunset न अब यादों का मेला लगता है न वादों का गिला किसी को है बिछड़े तो जाना कि नादानी थी तेरे बिना यहां सन्नाटा लगता है ©Shiv Narayan Saxena #SunSet सन्नाटा लगता है poetry in hindi