ख़ैर जो हुआ सो हुआ, यकीनन अब एतबार मुमकिन नहीं। #अल्फ़ाज़ दिल हार गया है, ख़ुद को ऊचा उठा कर, लोग फ़िर भी न थके उग्ली उठा कर।