चेहरा है या चाँद खिला है, ये हसीन चेहरा और ये नजाकत, ये गहरी झील सी आँखें, और आँखों में प्यारी सी शरारत। सुर्ख से लब तेरे,लगते हैं कयामत, जुल्फों की घटा चेहरे पे, मानो देती हैं प्यार की इजाजत। हैरान हूँ चेहरा है या चाँद खिला है, मैं असमंजस में हूँ सनम, ये चेहरा है,या कोई फूल खिला है। मासूम सा चेहरा। #Chand #चाँद #nojoto