जायदा कुछ नहीं चाहती हूं , मैं तुमसे! बस थोड़ा सा प्यार चाहती हूं तुमसे। हर छोटी छोटी खुशियां को जीना चाहती हूं, हा मैं तेरे संग तेरी बाहों में रहना चाहती हूं। कभी नोक झोंक से लड़ना चाहती हूं। तो कभी हक के साथ तुम्हारी डांट भी सुना चाहती हूं। थोड़ी सी परवा मेरी मैं तेरे जुबा से सुनना चाहती हूं। अपने सब खब्बो को भूल कर , बस एक तुझे ही अपना खोवाब बनाना चाहती हूं मैं।। #yqquotes #yqdidihindipoetry #ankitaguptafealling #yqhindi