#FourLinePoetry तुम मिठास लाओ अपनी वाणी में , हुबहू जीवन में रस घुल जायेगी । तुम स्वयं चलो नेक राह पर , हुबहू बाकी बुरे लोग भी तुम्हे देखकर नेक राह पर आ ही जायेंगे । बरसो से जीवन में घुले हुऐ कढ़ुआहट में , मिठास भरने की चाहत एक दिन रंग लायेगी । सब की जुबानों पर मिठास की वाणी रस बनकर टपकेगी ©Ashraf Ali mithi vani ,#fourlinepoetry ..