दिल तुमसे कैसे ताल्लुक निभाता है, तुमसे ही तंग,तेरा ही हुआ जाता है। तौबा,ये रोज रोज के झगड़े तेरे मेरे, तू क्यों रोज,मेरा सब्र आज़माता है। दर्द तुमसे ही सीख गया,अदाएं सब, दूर जाता है फिर गले लग जाता है। तेरा मुस्कुराना गुलाब की महक है मैं महक उठता हूँ,जब तू मुस्कुराता है तुम और ग़ुलाब #इश्क़ #ishq #mohabbat #lovequotes #hindishayari