बिकती है ना खुशी कहीं ना कहीं गम बिकता है!.. लोग गलत फहमी में है कि शायद कहीं मरहम बिकता है!.. इंसान ख्वाहिशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है!.. उम्मीद से ही घायल और उम्मीद पर ही जिंदा है!.. ©dixit_love_ #Khushi #गम #Umeed #love #pyrr