शायद कुछ खास वास्ता है मेरा उससे कि आती है जब मेरे सामने वो तो धड़कने बढ़ जाती है सांसे रुक सी जाती है आंखें बस उसी पर ठहरना चाहती है लब्ज़ बहुत कुछ बयां करना चाहता है उससे पर न जाने क्यों जब आती है वो तो नज़रे मिला भी न पाता हूं मैं हाल - ए - दिल सुना भी न पाता हूं मैं काश होता यूं कुछ इस क़दर कि जान लेती वो मेरे इस दिल की बातों को पहचान लेती इन जज्बातों को तो खोकर एक - दूजे में हम हो जाते एक - दूजे के..! #मोहब्बत_की_शुरुआत #yqbaba #yqdidi