भाग एक: बना देती हो हथेली को आसमां फिर चाँद बनाती हो इस पर और उकेरती हो पहले अक्षर मेरे और अपने नाम के बांध देती हो उन्हें एक-दूसरे से सितारों का ताला लगाकर और गुमा देती हो चाबियां.. खो जाती हो प्रेम की आकाशगंगा में सुबह तलक.. पार्ट टू: हिना रचे ना अगर गलती से तो कोहराम हमारे हिस्से है तुम्हें सच्ची मोहब्बत नहीं हमसे ये इल्जाम हमारे हिस्से है! ©KaushalAlmora #बातें_तुम्हारी #love #प्रेम #yqdidi #365days365quotes #poetry #मेहन्दी #shayari