पाया नही है तुम्हे़ं ,पर खोने से डरता हूँ, जी रहा हूँ बाहर से पर अंदर ही अंदर मरता हूँ। देखा तुम्हें तो जाना की मोहब्बत क्या है कैसे बताऊ अब ,किस कदर मैं तुमको प्यार करता हँ। ©Abhishek Vishwakarma +9 #Love