चोट लगती तो मुंह के बल गिरते नसीब अच्छा रहा वक्त रहते संभल गए हम तकदीर ने जैसा चाहा वैसे ढल गए हम और अब लोगों की शिकायत है बहुत बदल गए हम.!¡ ©battameez kalam #battameez_kalam