किसी ने इस कदर तोड़ था की अब जुड़ना नामुनकीन सा लग रहा था, उस भवनडर से निकलने की चाहत ऐसी जगी की फिरसे उस भवनडर मे उलझना नामुनकीन सा लग रहा था , बेगैरत कुछ तो गैरत फरमाई होती मासूमियत पर मेरी, नही तो आज किसी और से दिल लगना नामुनकीन न होता। तू चला तो गया जा खुशी से, तुझे दूर से देख कर ही जी लुंगी नही करूँगी ज़िक्र तेरा किसी से, टूटे दिल को लेकर जी लुंगी। देख आज साल पुरा एक हो गया है, तेरी मोहोब्बत आज भी खटकती है देख मैंने जीना दोबारा शुरू कर दिया है , तेरी आशिक़ी आज भी इस चेहरे पर झलकती है। ए कमबख्त ये तो बताकर जाता की आगे क्या करना है, कैसे दु ये दिल किसी और को यही बस समझना है। सुना था मैंने भी पहली आशिक़ी रवानिगी से कम नही होती, तलब जगा जाती है उसकी जिसकी ज़रूरत कभी खतम नही होती। सीख लिया था मैंने तो सबक तब ही, पता था के फिर कोई आएगा तेरे ही जैसा खुदा ना करे कि उससे भी दिल लग जाए और फिरसे हश्र ना हो जाए पहले जैसा। #firstLove #unforgettable #Galti #nojoto #secondlove #mohabbat #storyInLines