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लम्हा तुम्हारा वो अचानक से मिलना, मिलकर वो संदेश

लम्हा   तुम्हारा वो अचानक से मिलना,
मिलकर वो संदेशों से बातें करना |
फिर धीरे धीरे उन् बातों में,
प्यार की मिठास घुलना वो एक  लम्हा था ||

वो मेरा तुमसे आई लव यू कहना,
फिर तुम्हारा वो  आई लव यू सुनकर
अंदर ही अंदर खुश होना |
वो थोड़ा इतराना और  इतराकर उन् जादुई शब्द को स्वीकार न करना वो एक लम्हा था ||

वो तुमसे मिलने की राह तकना,
और तुम्हारा अचानक से मुझसे मिलने आना |
फिर मिलकर वो खूबसूरत यादें दे जाना वो एक लम्हा था ||

वो मेरा स्टेशन पर आपको लेने आना,
फिर वहा बैठकर आपकी राह तकना |
तुम्हे रेल से उतारकर देख कर मेरा खुश होना वो एक लम्हा था ||

वो मेरे लिए तुम्हारा थोड़ा झूठ थोड़ा सच बोलना,
मेरे बार बार कहने पर मीलों से चलकर मुझसे मिलने आना | 
और मेरे लिए न जाने तुम्हारा क्या क्या लाना,
वो एक लम्हा  था ||

हर लम्हे में तुम्हारा होना, 
हर लम्हा तुम्हे याद करना |
तुमसे बातें करते हुए वो रातों का कटना,
वो मेरी हर सुबह हर शाम तुमसे शुरू तुमपर खत्म होना वो एक  लम्हा था ||

और आज तुम्हारा दिया हर वक़्त हर  लम्हा याद करके रोना, कभी मीठी सी यादों को याद करके खुश होना | कभी वो आपकी हंसी, कभी वो आपकी मस्तियों को महसूस करना, और फिर अचानक से उस ख्याल से बहार आकर खुद को अकेला पाना ये भी एक  लम्हा है ||

वो तुम्हारा मेरे जीवन में आना एक  लम्हा था,
और आज मुझसे इतना दूर हो जाना ये भी एक लम्हा है!

           मोहित पाल जिंदगी के जिए हुए कुछ लम्हे Kalyani Shukla Pakhi Gupta Vikash Kumar Samhita Nandi Deepika Singh
लम्हा   तुम्हारा वो अचानक से मिलना,
मिलकर वो संदेशों से बातें करना |
फिर धीरे धीरे उन् बातों में,
प्यार की मिठास घुलना वो एक  लम्हा था ||

वो मेरा तुमसे आई लव यू कहना,
फिर तुम्हारा वो  आई लव यू सुनकर
अंदर ही अंदर खुश होना |
वो थोड़ा इतराना और  इतराकर उन् जादुई शब्द को स्वीकार न करना वो एक लम्हा था ||

वो तुमसे मिलने की राह तकना,
और तुम्हारा अचानक से मुझसे मिलने आना |
फिर मिलकर वो खूबसूरत यादें दे जाना वो एक लम्हा था ||

वो मेरा स्टेशन पर आपको लेने आना,
फिर वहा बैठकर आपकी राह तकना |
तुम्हे रेल से उतारकर देख कर मेरा खुश होना वो एक लम्हा था ||

वो मेरे लिए तुम्हारा थोड़ा झूठ थोड़ा सच बोलना,
मेरे बार बार कहने पर मीलों से चलकर मुझसे मिलने आना | 
और मेरे लिए न जाने तुम्हारा क्या क्या लाना,
वो एक लम्हा  था ||

हर लम्हे में तुम्हारा होना, 
हर लम्हा तुम्हे याद करना |
तुमसे बातें करते हुए वो रातों का कटना,
वो मेरी हर सुबह हर शाम तुमसे शुरू तुमपर खत्म होना वो एक  लम्हा था ||

और आज तुम्हारा दिया हर वक़्त हर  लम्हा याद करके रोना, कभी मीठी सी यादों को याद करके खुश होना | कभी वो आपकी हंसी, कभी वो आपकी मस्तियों को महसूस करना, और फिर अचानक से उस ख्याल से बहार आकर खुद को अकेला पाना ये भी एक  लम्हा है ||

वो तुम्हारा मेरे जीवन में आना एक  लम्हा था,
और आज मुझसे इतना दूर हो जाना ये भी एक लम्हा है!

           मोहित पाल जिंदगी के जिए हुए कुछ लम्हे Kalyani Shukla Pakhi Gupta Vikash Kumar Samhita Nandi Deepika Singh

जिंदगी के जिए हुए कुछ लम्हे Kalyani Shukla Pakhi Gupta Vikash Kumar Samhita Nandi Deepika Singh