तु मेरी छाया है, जैसे कोई फरिश्ता चांद से मेरे लिए आया है। तु मेरी छाया है।। ऐसे जैसे भगवान ने तुझे सिर्फ मेरे लिए बनाया है, या शायद मैंने किस्मत से तुमको चुराकर लाया है। यूंही नहीं तू मेरी तू छाया है।। गमों से चूर हूं इस दुनिया की खुशियों से दूर हूं, तब मुझे खुशी देने तू आया है। शायद सच में तू मेरी छाया है।। अपनी खुशकिस्मती कहूं या या कोई भगवान की माया है, पर जो भी हो मेरी जिंदगी है तू तू मेरी छाया है। रूह सी बन गई है तू मेरी, जहां जहां जाता हूं तू साथ साथ चलती है, जैसे मैंने अपनी रूह को तेरी रूह से सजाया है। तू मेरी सिर्फ और सिर्फ मेरी छाया है।। my first poem writed by me pls will tell how you feel