Nojoto: Largest Storytelling Platform

वे झूठ कहते रहे करते रहे साजिशें मैं मुस्कुराता रह

वे झूठ कहते रहे
करते रहे साजिशें
मैं मुस्कुराता रहा

जब वे थे
इस मुगालते में कि
अफवाहों के जरिये
साजिशों को करेंगे सफल
मैं तब भी
मुस्कुरा रहा था

हां तब भी
मैं लिख रहा था
जब कोई वजह नहीं थी
मुस्कुराने की
तब भी मैं 
कविता पढ़ रहा था..

©sanjeev #sanjeev
वे झूठ कहते रहे
करते रहे साजिशें
मैं मुस्कुराता रहा

जब वे थे
इस मुगालते में कि
अफवाहों के जरिये
साजिशों को करेंगे सफल
मैं तब भी
मुस्कुरा रहा था

हां तब भी
मैं लिख रहा था
जब कोई वजह नहीं थी
मुस्कुराने की
तब भी मैं 
कविता पढ़ रहा था..

©sanjeev #sanjeev
sanjeev8904

sanjeev

New Creator