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अच्छा सुनो.. कितना प्यासा हूँ, कोई कुआ,पनघट न नजर

अच्छा सुनो.. कितना प्यासा हूँ, 
कोई कुआ,पनघट न नजर में हैं।
बेरुखी हो चुकी है ये दिया,
इंसानियत बची न दिलों में है। #my_shayri
अच्छा सुनो.. कितना प्यासा हूँ, 
कोई कुआ,पनघट न नजर में हैं।
बेरुखी हो चुकी है ये दिया,
इंसानियत बची न दिलों में है। #my_shayri
rajeshkumar1063

Rajesh kumar

New Creator