दो फूलों की बाते लिख दूं या कोई प्यार लिखूं कहकर सब महक जाएगा, दिल हो या आंगन । पानी पानी सीचा उसको, पंखुड़ियां लाल भई जिंदगी भर बस कमाया, प्यार मोहब्बत धन । कलियां धीरे धीरे बढ़ गई, पुष्प जवान भए रंग बिरंगी लताएं जकड़ी, मोहे मेरा मन । क्यारी पुष्प को कैसे सहती, बिछुड़न मांग रही भंवरा पुष्प गाते है सुनकर, ओश रुद्र क्रंदन । मृत्यु से ही मिलन मिलेगा, भंवरा जान गया वो ही मेरा बिम्ब बनेगी, मै उसका दरपन । पतझड़ से बसंत मिलेगी, सावन शरद बुलाए फिर से मेरी कहानी गाए, प्रेम प्रफुल्लित वन । ©गंगवार रामवीर 🎙️9456324383 #NojotoQuote #ramveer #love