इंतज़ार की घड़ियाँ कटती नहीं रात घनी डराती हैं मुझे अब तुम बिन ज़िंदगी ये चलती नहीं निगाह रास्ते से हटती नहीं 🌝प्रतियोगिता- 183🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"इंतज़ार की घड़ियाँ"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I