मन ही मन को बाँध रहा मन में ही करूँ मैं दीदार तेरा जादू सिर चढ़ के बोल रहा तेरे ही नशे का हूं मैं तलबग़ार भेज तू रंग अपनी पसंद का हो जाऊँ मैं उससे सरोबार जो उतरा तुझमें वो डूब गया जो डूबा तुझमें वो हो गया पार... © abhishek trehan #मन #रंग #नशा #इश्क़ #sufilove #रब #manawoawaratha #poetry