#5LinePoetry #सोचता_हूँ कभी-कभी सोचता हूँ कि कविता ने न मिलकर भी ठीक किया, इस लगाव और घाव को नज़दीक किया। बनती है कविता जब लगाव का घाव नोचता हूँ तो मैं सोचता हूँ कि काश कविता मिल जाती!! ...✍️विकास साहनी ©Vikas Sahni #सोचता_हूँ #5LinePoetry