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ना उड़ा यूं ठोकरों से मेरी खाक-ए-कब्र ज़ालिम! यही ए

ना उड़ा यूं ठोकरों से 
मेरी खाक-ए-कब्र ज़ालिम!
यही एक रह गई है 
मेरी प्यार की निशानी।

©Authorless #deepwords #Heart #touching #ghulamalifam
ना उड़ा यूं ठोकरों से 
मेरी खाक-ए-कब्र ज़ालिम!
यही एक रह गई है 
मेरी प्यार की निशानी।

©Authorless #deepwords #Heart #touching #ghulamalifam