कुछ मांगा तुमसे शायद ज़्यादा है अब तो मेरा वक्त भी आधा है तरसती हैं बातें तुम्हारे पास आने को दूरी और मजबूरी रोक देती है मेरे अरमानों को मेरी समझ को इतना पत्थर भी ना समझना मेरी ख़ामोशी को ज़्यादा ना परखना बिफर गई अब तो संभल ना पाऊंगी नहीं जानती अब क्या कर जाऊंगी... वक्त...#yqdidi #yqhindi #yqhindishayari #waqt #ehsaas #khamoshi #khamoshikealfaaz