सुना था कहीं प्रेम अंधा होता है, समझ गए अब कि बहरा भी होता है, इससे पहले कि लंगड़ा हो जाए... अनुरोध एक बस कि पहले गूंगा हो जाए! सुना था कहीं प्रेम अंधा होता है, समझ गए अब कि बहरा भी होता है, इससे पहले कि लंगड़ा हो जाए... अनुरोध एक बस कि पहले गूंगा हो जाए!