धुंध है गहरी आंखों के आगे फिर भी चेहरा तेरा दिखे है, कौन है, क्या है और क्यों है... ना जाने मन बैचेन सा है! आग-सी लगी है इस दिल में, बुझाने के लिए तेरा दीदार भी नहीं, क्या कहुँ अब मैं इसको, कहीं ये मेरा तेरे लिए प्यार तो नहीं । #love yourself