ज़िंदगी भी क्या कमाल है जवाब से ज्यादा सवाल है, कभी तो खुशियों से फुर्सत नहीं कभी हाल बेहाल है, कभी शांत शांत समुन्द्र सी कभी हार उठता बवाल है।