ठंड की बेरुखी बरसात हुई है परसों ,शायद तुमसे भगवानपकुछ रूठे होंगेl ,धूप फिर आएगी और ज्योतिषी झूठे होंगे। चंद्र पल और रुको ऊंचेजमीनी चू हो, वैशाख आ रहा है तुम्हारे घर से सूखे होंगे।। ©sasisya vidrohi आप सिर्फ आप