🌷☕शुभसंध्या🌷😊☕☕☕☕☕☕☕☕☕☕🌼🙏🌷🌷😊😊🙏🙏🌼
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दर्दे मोहब्बत दर्दे जुदाई उसपे सितम तन्हाई है
ओ जानेवाले लौटके आजा जान लबों पर आई है !
तेरे गम की आग में जलते बीते कई जमाने
अब देखे तो मेरा चेहरा तू भी न पहचाने
मैंने जब भी दर्पण देखा आंख मेरी भर आईं है #पंछी#पाठक#हरे