दूर दूर तक वीराने थे, लोग तो थे पर अंजाने थे। मेलजोल के हुनर से हम तो हुए अकेले बेगाने थे। दूर दूर तक....... ख़बर नहीं थी दीवाने थे, भूल गए कुछ अफ़साने थे। दिल ने जो महसूस किया ख़ामोश लबों पे सिल जाने थे। दूर दूर तक....... ©Samvedita #samvedita #fashle #Flower