दस मुख वाला पुतला तो अब जलकर राख हुआ है। सौ मुंह वाला रावण मन के अन्दर मुखर हुआ है।। सबकी मर्यादाएं सोई दुर्गुण सारे जाग चुके अब। बाहर से पुरुषोत्तम अन्दर रावण पला हुआ है।। #manju #manojkumarmanju #dussehra #hindipoetry #hindiquotes #hindishayari #hindiwriters #quotesinhindi