कुत्ते की बारात बाक़ी कैप्शन में पढ़े👇👇 शीर्षक - कुत्ते की बारात विधा - कविता निकल पड़ी कुत्ते की बारात, संग चलते उसके साथी यार। अपनी कुतिया से मिलने को, काला कुत्ता हो चला है तैयार।। बांध गले में वो रस्सी का फंदा, भौं भौं करता जा रहा है। उछल कूद करके कुत्ता, बहुत ही व्याकुल हो रहा है।।