शोहरत की फटी चादर को पता नहीं कैसे सी लेते हैं। बाजारों में नंगा हों बेहयाई का शरबत पी लेते हैं। बेचने के लिए तो कई सौदा है इस दुनिया में मगर! इज्जत बेचकर लोग ना जाने कैसे जी लेते हैं । ©VISHAL VAIRAJ #Nojoto #एटीट्यूड #attude #Shayari #SAD #vishal_vairaj #vishal_vairaj_shayari #rayofhope