मौका है दस्तूर है, फिर आज हम दिल के हाथों मजबूर हैं जशन है रोनक है, महफिलों में कोने में खड़े हम भी हैं, कारवां गुजरे न गुजरे तेरे शहर से गालिब, चेहरे पे खिली मुस्कान ये बयां कर दे, के, तेरी गली में हम कितने मशहूर हैं। #myownmusings #eveningvibes #happymood