मुझे ना ज़िंदगी से सिर्फ सबक ही मिले हैं तो आप जब भी आए सबब बन कर सीला बन कर आइएगा मेरी नेकी का मासूमियत का मरहम बन कर आइएगा उन घावों का जो मुझे मुफ्त में मेरी नेकी पर मिले वो सुकून बन कर आइएगा जिस के लिए मेरी रूह आज तक तरसती हैं #पगली लड़की की क़लम से #दुनिया से अलग होने का इतना हर्जाना तो मिलना ही चाहिए #पागल हु मैं, जानती हूं #आप आएँगे न!!??? #उफ्फ मेरा मासूम सा मन #इन्तेज़ार ©ashita pandey बेबाक़ #mountain