जिसका हृदय सुन्दर नहीं मेरे लिए पत्थर वही। मुझको नई गति चाहिए जैसे मिले वैसे सही। मेरी प्रगति की साँस में कुछ मैं रहूँ कुछ तुम रहो। मुझको बड़ा सा काम दो चाहे न कुछ आराम दो लेकिन जहाँ थककर गिरूँ मुझको वहीं तुम थाम लो। गिरते हुए इन्सान को कुछ मैं गहूँ कुछ तुम गहो ©Piku #humtum #love #feelinfs #piku_expression_queen #us