"मेरा चाय का कप" मेरे चाय के कप की गर्मी में, मेरे मन के रंग बदल जाते है, सुबह सूरज उगने के साथ ही मेरे समय का सार भी बदल जाता है। थकान, हताशा और संघर्ष के साथ, जब यह समय समाप्त हो ता है, तो मुझे पहाड़ जैसा महसूस होता है। जब असहनीय भ्रम, अपमान और अभिशाप मेरे दिमाग मे छा जाता है, तो मैं अपने चाय कप से आदी हो जाती हूं । मेरी चाय, कप की गर्मी से जैसे सुबह का सूरज उगता है। जैसे मेरे जीवन में रंग आता है। #veins #nojato #Hindi