सम्मान अपना पाने को थोड़ा लड़ने क्या लगा मै वो कहने लगे के अपनी अकड़ में रहने लगा मै अच्छा हूं जब साथ रहू और झुक के गिर गिर जाऊं मै जब खुद के लिए थोड़ा लड़ जाऊ तब तब एक बागी बन जाऊ मै क्या कहा रिश्ता हमसे ना निभाया गया वो समय बतलाओ जब साथ हमने ना दिया आरोप लगा कर तुमने चरित्र मेरा बिगाड़ दिया अब तो ये बतला दो कब तुमने मेरा सम्मान किया ©Ramveer Gangwar Poet and Writer #Ramveer #Intrust