मुहब्बत किसी हँसीन दिलरूबा सी होती है, जो झिलमिलाहट और तिलमिलाहट पहली नज़र में होती है, वक्त के साथ वह ढलती जाती है; कुछ पल को पलके झपकती नहीं हैं, और फिर जैसे आदत सी हो जाती है, दूरी बिलकुल सही नहीं जाती है, पर वक्त उसे भी साथ अपने ले जाती है। #मुहब्बत #मोहब्बत