एक तो वो जो हम देखना चाहते है और दूसरा जो हमें दुनिया दिखाना चाहती है... जिस पहलू को हम देखना चाहते हैं उसी पर निर्भर रहते हैं न कि वो जो दुनिया हमें दिखाना चाहती है; शायद किसी दिन दोनों पहलू को हम देख सकें और दोनों पहलुओं के परस्पर अंतर को समझ सकें तो; शायद दुनिया हमसे बेहतर हो सके और हम दुनिया मे बेहतर हो सकें... सुप्रभात। हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। #सिक्केकेदोपहलू #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi