रेत सी तपती दोपहर में पैरों को रखना, होता कहां है आसां उधड़े मन को बुनना.. जिंदगी के सफर में गुजर जाते (गीत) #यूंहीबेख्यालीमें #मित्र Madhu Jhunjhunwalaजीजी याद करने का शुक्रिया 🙏