खों गईं हैं चिट्ठीयॉं, यें इतंज़ार घड़ीया, वो खुशीकी कि दुनिया, गुम़ कहॉं हो गया वो सायकल वाला डांकिया....! पता नहीं वो,कहॉं खों गईं हैं वो, मेरी आने वाले चिट्ठी , फोंन के हवाले छोंड़ गया हैं वो, अब कहॉं वो खुंशी होगीं, चिट्ठी मेरी तुंरत मिलेगी, चिट्ठीं कहॉं ,वो फोनं घंटी जो होगी, मिलेगी मुझे वक्त से पहीले, मुझे कहा उसकी कींमत होगी, वो चिट्ठी नहीं जो फोंन कि घंटी जो होगी....! खों गईं हैं चिट्ठीयॉं, अब कहॉं वापस आने वाली हैं वो डाकिया कि चिट्ठींयॉं....! जो तुम्हें भेजनी थीं वो चिट्ठियाँ खो गईं। #चिट्ठियाँ #collab #yqdidi .... नए, सुंदर #cinemagraph को पाने के लिए योरकोट प्रीमियम में अपग्रेड करें। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi