धुप हैं किस्मत में लेकिन, छाया भी कही तो होगी जहाँ मंजिले होगी अपनी कोई तो ऐसी ज़मीं होगी । ©Sai Angel Shaayari धुप हैं किस्मत में लेकिन, छाया भी कही तो होगी जहाँ मंजिले होगी अपनी कोई तो ऐसी ज़मीं होगी ।