अंतिम_मिलन _________________________ सुनो न प्रिये.! काश!, ऐसी ही सादगी से एक बार फिर मुझसे मिलती.. कुछ क्षण और मेरे साथ चलती लिखनी थी एक कहानी.. देख - कर तेरे नयनों का पानी और उस शीतल पानी में ढूंढ़ता बीते खुशी और गम वाली जवानी ये अंतिम मिलन की तड़प..! प्रथम मिलन ख़ुशी से ज्यादा है बहुत हृदय को पीड़ा हो रही है.. क्या मुझे निर्जीव करने का इरादा है??? ©अभियंता प्रिंस कुमार #Break_up_day #abhiyanta_prince_kumar #अभियंता_प्रिंस_कुमार लव सैड शायरी