लाल बिंदी और लाल साड़ी में, वो मुझे एकदम कहर लगती है......... सोचता हूं पीकर मर जाउं उसे, क्योंकि वो मुझे ज़हर लगती है.......... और जहां गुज़रती है इन दिनों, मेरी सुबह-ओ-शाम इक रोज़ से........ न जाने क्यों मुझको वो हू-ब-हू, मेरे ख़्वाबों का शहर लगती है........... ©Poet Maddy लाल बिंदी और लाल साड़ी में, वो मुझे एकदम कहर लगती है......... #Red#Bindi#Saree#Disaster#Die#Poison#Morning#Evening#City#Dreams..........