अबके गिरे तो उसको याद नही करेंगे, वो याद आकर सबकुछ भूला देती है। महफ़िलो में जाना अब हमने बन्द कर दिया, उससे नजरे मिलती है तो दिल धड़का देती है। दर्द दिलका कम ही नही होता, जैसे ही एक खत्म होता है वो 10 औऱ पकड़ा देती है। मैं राज़ अपने किसीको नही बताता, वो सबको ही बता देती है। मेरे घर आओ तो सोच समझकर आना, मेरे घर की धहलिजे चेहरे से नक़ाब हटा देती है। फिरसे चाह उठती है उसे पाने की, मेरी चाहत हीे मुझे गिरा देती है। कोई बहुत थक गया है "सनी", उसकी आँखें सब बता देती है। #अबके #मिले #आवाज़ #nojoto #सब #बता #देती_है #नादान_लेखक अबके गिरे तो उसको याद नही करेंगे, वो याद आकर सबकुछ भूला देती है। महफ़िलो में जाना अब हमने बन्द कर दिया, उससे नजरे मिलती है तो दिल धड़का देती है।